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मुक्ति

बड़ी मुश्किल से पाई आजादी, अत्याचारी गोरों सेपर कैसे मिल पाएगी मुक्ति, भ्रष्टाचारी चोरों से |छली जा रही भोली जनता, रोज मुनाफा खोरों सेभरे जा रहे इनके घर में, नोट ठसा-ठस बोरों से |बदल गया अब समय हुआ है , चारों ओर दिखावट काकैसे उठे जनाजा भैया, देश से आज मिलावट का  |समझना है तो […]

06.04.2020
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जज़्बा

युगों-युगों तक याद रहेगा ज़ज्बा वो कुर्बानी का ,अंडमान की जेल में भुगता हर पल काला पानी का |वंदे मातरम् वंदे मातरम् वंदे मातरम् वंदे मातरम् ,वंदे मातरम् वंदे मातरम् वंदे मातरम् वंदे मातरम् | गोरे फिरंगी अत्याचार की हदें पार कर जाते थे ,उधड़े बदन पर कभी लाठियाँ कभी हंटर बरसते थे |गर्म लाल […]

05.28.2020
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तेरी जय – जयकार हो

युगों-युगों तक भारतमाता, तेरी जय-जयकार होराम करे तेरे घर आँगन में,  खुशियों की बौछार हो |सत्य अहिंसा और प्रेम का, पाठ हमें तू सिखलाती हैसदा एकता और शांति का, मार्ग हमें तू बतलाती है |तेरी गोद में पलने वाला, हर सपूत होशियार हो राम करे तेरे घर आँगन में खुशियों की बौछार हो |युगों-युगों तक भारतमाता, […]

05.27.2020
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बेटी हिन्दुस्तान की

याद हमेशा रहेगी हमको, अपने देश महान कीये बेटी हिन्दुस्तान की, ये बेटी हिन्दुस्तान की |सत्यवान की सती सावित्री, आज भी हमको याद हैजिसके तेज शील के आगे, नतमस्तक यमराज है |तेज प्रभाव सतीत्व गुण वाली, माताजी अनुसुइया हैपति आज्ञा पर अग्नि परीक्षा, देती सीता मैया है |अमर रहेगी गाथा इनके, त्याग प्रेम बलिदान कीये […]

05.21.2020
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भाग कोरोना भाग

भाग कोरोना भाग , तू इंसानों का हत्यारा हैभाग कोरोना भाग …भाग कोरोना भाग , तू इंसानों का हत्यारा हैतू समझ ले अब तू हारा है | जाग रहे हर प्रान्त …जाग रहे हर प्रान्त, पूरे देश में उजियारा हैतू समझ ले अब तू हारा हैभाग कोरोना भाग… हम है भारतवासी, डरते नहीं तुझकोभगाकर हम […]

05.14.2020
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जागो रे किसान

जागो-जागो ग्रामवासी , जागो-जागो  नौजवानजागो भारत माँ के लाल, जागो-जागो रे किसान |पृथ्वी बनी रहे उपजाऊ  , सब मिल ऐसा कुछ कर डालोअपनाकर तुम जैविक खेती, धरती को खुशहाल बना लो |भूल रसायन सब जहरीले, बढ़िया जैविक खाद डालोलोभ लालच में न पड़कर, सबका जीवन स्वस्थ बना लो |मेरा कहना तुम लो मान, उत्तम खेती […]

05.12.2020
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सुन्दर सपना

एक मै ही नहीं, मेरे जैसे अनेक हैंजो देखते रहते है सपनाअपने परिवार गाँव और देश के उत्थान का !नींद भर प्रफुल्लित होते रहते हैस्वप्न में हम खुशहाल नज़र आते हैहमारे गाँव विकास की सज्जा से सँवर जाते हैंदेश की तो बात ही क्या…चारों ओर समृद्धि दिखाई देती है |हर हाथ काम करते हैंभुखमरी का […]

05.12.2020
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